भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी (IT) उद्योग की दिग्गज कंपनी टीसीएस टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज ने गुरुवार को ₹16,000 करोड रुपए के बायबैक की घोषणा की यह कंपनी का अब तक का सबसे बड़ा बायोडाटा या घोषणा के बाद भारतीय आईटी उद्योग में एक महत्वपूर्ण रणनीतिक कदम रहा इससे निवेशकों और उद्योग को मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है
TCS की बायबैक घोषणा कई महीने में महत्वपूर्ण है
- यह कंपनी की मजबूत वित्तीय स्थिति को दर्शाता है और चालू वित्तीय वर्ष के पहले 6 महीने में टीसीएस ने ₹32,276करोड़ का राजस्व और ₹10000 करोड़ का शुद्ध लाभ अर्जित किया यह उसके भविष्य में की वृद्धि की क्षमता को दर्शाता है ,
- टीसीएस की इस घोषणा के बाद निवेशकों के बीच विश्वास बड़ा और बाय बाई की संकेत बताते हैं कि टीसीएस अपने शहर धारकों की वैल्यू बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है और निवेशकों को भी विश्वास दिलाता है कि कंपनी के शहरों में निवेश करना उनके लिए एक अच्छा विचार हो सकता है,
*TCS BUYBACK RECORD DATE 25th NOVEMBER*#Tcs pic.twitter.com/q00cUGUeqH
— Sumit Mehrotra (@SumitResearch) November 15, 2023
टीसीएस का 16000 करोड रुपए का शेयर बाय बैक निम्नलिखित तरीकों से निवेशकों के बीच विश्वास लेगा हम कुछ प्वाइंटों की मदद से देख सकते हैं.
- इन्वेस्टर के बीच में ट्रस्ट बिल्ड करेगा की कंपनी अपने शारेधार को के लिए एक वैल्यू जनरेट करने के लिए प्रतिबद्ध है
- दूसरा यह कि यह निवेशकों को विश्वास दिलाएगा कि कंपनी की वित्तीय स्थिति बहुत स्ट्रॉन्ग है
- तीसरा महत्वपूर्ण बिंदु यह है कि यह निवेशकों को विश्वास दिलाएगा कि कंपनी के शेयर में निवेश करने की क्षमता और डिमांड आपके लिए सकारात्मक है